छत्तीसगढ़
जशपुर
*Big Breaking jashpur:- जशपुरांचल में हेडमास्टर नदारद,शाला खुलने के दूसरे दिन ही घोर लापरवाही,BEO की दो टूक जांच कर करेंगे कड़ी कार्यवाही..!*
जशपुर/बगीचा:-एक ओर सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए प्रयासरत है, वहीं दूसरी ओर कुछ शिक्षक अपनी जिम्मेदारियों से भागते नजर आ रहे हैं। बगीचा विकासखण्ड के प्राथमिक शाला कलिया से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहाँ स्कूल खुलते ही हेडमास्टर संदीप एक्का गायब मिले।
जानकारी के अनुसार, गर्मी छुट्टी के बाद स्कूल खुलने के महज दूसरे दिन ही प्रधानपाठक बिना किसी सूचना के अनुपस्थित थे। बच्चों की उपस्थिति के बावजूद स्कूल में नेतृत्वकर्ता की अनुपस्थिति से स्थानीय अभिभावकों में नाराजगी है। अभिभावकों का कहना है कि जब शिक्षक ही अपनी ड्यूटी को गंभीरता से नहीं लेंगे, तो बच्चों का भविष्य कैसे संवर पाएगा?
इस मामले पर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी बगीचा ने कहा कि बिना सूचना के गैरहाजिर रहना गंभीर लापरवाही है और संबंधित शिक्षक के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
ग्रामीणों की मांग है कि ऐसे शिक्षकों पर सिर्फ चेतावनी नहीं, बल्कि ठोस कदम उठाए जाएं ताकि सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता और जवाबदेही बनी रहे।
देश विदेश
कांग्रेस विधायक के बयान से मचा बवाल,रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान पर विवादित टिप्पणी
ग्वालियर। कांग्रेस विधायक फूलसिंह बरैया अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। इसी बीच उनके एक बयान पर बवाच मच गया है।दरअसल, रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर उन्होंने एक विवादित बयान दे दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। फूलसिंह बरैया वीडियो में कह रहे हैं कि, ‘महारानी लक्ष्मीबाई ने आत्महत्या की थी।’ वीरांगना तब कहा जाता है, युद्ध के मैदान में कोई मरता है, लेकिन रानी ने आत्महत्या की थी।
कांग्रेस विधायक फूलसिंह बरैया का ये वीडियो बीजेपी प्रदेश मंत्री लोकेद्र पाराशर ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया है। वहीं, वीडियो वायरल होने के बाद फूलसिंह बरैया ने सफाई देते हुए कहा कि, वीडियो पुराना है, लेकिन मैंने जो कहा है वो इतिहासकार काशीनाथ त्रिपाठी की किताब वृद्ध बुंदेलखंड का इतिहास को पढ़कर कहा है। बरैया ने कहा कि, रानी लक्ष्मीबाई की लड़ाई झांसी राज्य की थी।
डलहौजी ने राज्य हड़प लिया था। संधि के तहत रानी को रहने की सुविधा और पांच हजार तनखा दी जाती थी। चार साल तक अंग्रेजों की पेंशन पर रानी रहीं। ग्वालियर में नाले को पार करते समय घोड़े का पैर टूट गया। गंगादास की शाला में झोपड़ी के अंदर रानी ने सुसाइड किया था।
पूर्व बीजेपी सांसद विवेक शेजवलकर ने फूलसिंह बरैया के इस बयान पर कहा कि, जिन लोगों को ज्ञान नही है, वह लोग ऐसी बातें करते हैं ये वही लोग हैं, जो समाज तोड़कर ऐसा काम करते हैं। यही वजह है कि, 60-65 साल में जो बढऩा चहिए, नहीं बढ़ें। ऐसे तत्व हैं, जो बातें करते हैं, जनता नकारेगीं। ऐसे लोगों का ये उनका आत्मघाती कदम है।